विद्यालय में आयोजित द्वादश दिवसीय पर्यावरण संरक्षण के उन्नत संकल्प के साथ पौधारोपण व पौधा वितरण कार्यक्रम से प्रेरित होकर विद्यालय की छात्रा द्वारा प्रकृति संरक्षण को लेकर रची हुई कविता.......
आओ धरती के कण-कण को खुशहाल करें
मिला कदम से कदम देश में
तेज प्रगति की चाल करें,
आओ इस प्यारी धरती के
कण-कण को खुशहाल करें।
पेड़ हमारे सगे बंधु हैं
बहने फूलों की घाटी,
नदिया, पर्वत घर कुनवे हैं
माँ हैं चंदन-सी माटी।
सारी धरती अपना घर है
इसको मालामाल करें,
आओ इस प्यारी धरती के
कण-कण को खुशहाल करें।
ताल-तलैया में गंदा जल
मारुत का दम घुटा-घुटा,
सड़कों पर भीषण निनाद है
लगा शोर से कान फटा।
इन सब को हम बंद करें
और ठीक सुरों की तान करें,
आओ इस प्यारी धरती के
कण-कण को खुशहाल करें।
आद्या त्रिवेदी 10A3
बहुत खूब 👏👍👌
ReplyDeleteWell expressed
ReplyDeleteबहुत ही प्रभावी प्रस्तुति ़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़ इस प्रकार के लेखन कर्म से जुड़कर अपने आपको आगे ले जाने के अच्छे अवसर हैं। Very good......keep it up
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