Monday, September 11, 2023

 विद्यालय में आयोजित द्वादश दिवसीय पर्यावरण संरक्षण के उन्नत संकल्प के साथ पौधारोपण व पौधा वितरण कार्यक्रम से प्रेरित होकर विद्यालय की छात्रा द्वारा प्रकृति संरक्षण को लेकर रची हुई कविता.......

आओ धरती के कण-कण को खुशहाल करें 


मिला कदम से कदम देश में

तेज प्रगति की चाल करें,    

आओ इस प्यारी धरती के 

कण-कण को खुशहाल करें।


पेड़ हमारे सगे बंधु हैं

बहने फूलों की घाटी,      

नदिया, पर्वत घर कुनवे हैं

माँ हैं चंदन-सी माटी।    


सारी धरती अपना घर है 

इसको मालामाल करें,      

आओ इस प्यारी धरती के

कण-कण को खुशहाल करें।


ताल-तलैया में गंदा जल 

मारुत का दम घुटा-घुटा,   

सड़कों पर भीषण निनाद है

लगा शोर से कान फटा।   

   

इन सब को हम बंद करें 

और ठीक सुरों की तान करें,

आओ इस प्यारी धरती के

कण-कण को खुशहाल करें। 

                                  

आद्या त्रिवेदी 10A3

3 comments:

  1. बहुत खूब 👏👍👌

    ReplyDelete
  2. बहुत ही प्रभावी प्रस्तुति ़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़़ इस प्रकार के लेखन कर्म से जुड़कर अपने आपको आगे ले जाने के अच्छे अवसर हैं। Very good......keep it up

    ReplyDelete

  सकारात्मकता के दिव्य प्रकाश में ही दिखता है सफलता का मार्ग ......... मानव जीवन ईश्वर की सर्वोत्कृष्ट रचना है , इस बात क...