शिक्षा के प्रति हमारा दृष्टिकोण
शिक्षा वह साधन है जिसके द्वारा हम नए सपनों के साथ आगे बढ़ना सीखते हैं और सफलता को आदर्श मानते हुए,नई दुनिया के साथ तालमेल रखते हुए अपनी सांस्कृतिक विरासत को गरिमा प्रदान करते है।
हमारा विद्यालय भी इसी दृष्टिकोण के तहत विभिन्न प्रकार की सुनियोजित गतिविधियों के माध्यम से छात्रों का सर्वांगीण विकास करता हैं।हमारा विद्यालय विद्यार्थियों को समग्र विकास के लिए अवसर प्रदान कर विश्व स्तर पर जिम्मेदारनागरिकों का निर्माण करता हैं। जो विफलता के डर के बिना चुनौतियों का सामना करते हैं। असफलता के भय से मुक्त होने के लिए छात्रों को प्रोत्साहित करके आत्मविश्वास, लचीलापन, कृतज्ञता, क्षमा,सहनशीलता और परोपकार जैसे मूल्यों को विकसित करता हैं।
‘बहुजन सुखाय बहुजन हिताय‘ जैसे सिद्धातों का अनुपालन भी विद्यालयी विद्यार्थियों द्वारा किया जाता हैं। नैतिक मूल्यों के उत्थान में शिक्षकों की भूमिका सबसे कारगर व प्रभावी मानी जाती हैं। शिक्षक ही अपने छात्रों के जीवन में ईमानदारी, सदाचार,चरित्र निर्माण तथा कर्तव्यनिष्ठा जैसे मूल्यों का बीजारोपण करते हैं।
बिना गुरू के ज्ञान की अवधारणा व्यर्थ हैं।‘ वाक्य की सार्थकता आदरणीया प्रधानाचार्या महोदया स्वंय बच्चों को नैतिक मूल्यों से युक्त कहानियाँ सुनाकर चरितार्थ करती हैं।नैतिक मूल्यों का संवर्धन हमारे विद्यालय की प्रमुख विशेषता हैं। इन्हीं मूल्यों के बल पर हमारे छात्र जीवन के हर क्षेत्र में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाते हैं। हमें यह बताते हुए गर्व की अनुभूति होती हैं कि हमारे पूर्व छात्रो ने इंजीनियरिंग, मेड़िकल,कानून, सीए व सीएस जैसे व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में अच्छा प्रदर्शन किया हैं।
हमारा उद्देश्य अपने छात्रों के कल्याण के लिए निस्वार्थ भक्ति और समर्पण के साथ काम करना हैं। ‘माहेश्वरी पब्लिक स्कूल,प्रताप नगर’ एक वैश्विक परिप्रेक्ष्य हैं,जो भारतीय मूल्यों से ओतप्रोत एक सशक्त भारत की नींव का मूलाधार है।