Sunday, January 30, 2022

  

                      

           नई शिक्षा नीति21वीं सदी का सम्यक विज़न  

               शिक्षा दृढ़ संकल्प, समर्पण, त्याग और है सम्मान।

          शिक्षा जीवन का है उच्च आदर्शों के साथ निर्माण।।

शिक्षा, ज्ञान का एक ऐसा माध्यम है जो समाज के   आधारभूत नियमों, व्यवस्थाओं और प्रतिमानों के साथ नैतिक मूल्यों की नींव भी रखती है। शिक्षा में ज्ञान, उचित आचरण, तकनीकी दक्षता शिक्षा और विद्या प्राप्ति आदि संभावित है। 21वीं सदी विकास व कौशल की सदी है, जो विद्यार्थियों में बहुआयामी प्रतिभा जागृत कर के आत्मनिर्भर बनने हेतु विश्लेषणात्मक तार्किक क्षमता को विकसित करती है। ज्ञान के इस युग में शिक्षा में शोध और नवाचार महत्वपूर्ण है। जिसे एक भारत श्रेष्ठ भारत की भावना का सम्मान करते हुए, नई शिक्षा नीति को अपनाया गया है। नई शिक्षा प्रणाली के माध्यम से छात्रों में रचनात्मकता, स्वप्रत्यय चिंतन, तर्क अभिवृति व अभिरुचि क्षमता का विकास होगा

ारे विद्यालय द्वारा भी विद्यार्थियों को संस्कृति व संस्कार से जोड़े रखने के लिए भारतीय संस्कृति से जुड़े विविध त्योहारों, हत्वपूर्ण दिवसों,हापुरुषों की जयंतियों व राष्ट्रीय पर्वों का आयोजन कर सात्विकता, सदाचार, समर्पण, सहयोग, शुचिता व परोपकार जैसे मानवत्व से जुड़े गुणों का विकास करवाया जाता है, दूसरी ओर 21वीं सदी को ध्यान में रखकर संप्रेषण कौशल, रचनात्मक कौशल, नेतृत्व क्षमता व कल्पना शक्ति संबंधी कौशलों का विकास करने हेतु विद्यार्थियों को विभिन्न अवसर प्रदान किए जाते है। एमपीएस, प्रताप नगर, जयपुर का लक्ष्य संस्कृति व संस्कारों से विद्यार्थियों को जोड़कर 21वीं सदी के लिए कौशलों से परिपूर्ण नागरिक तैयार करना है और इस कार्य को हमारे विद्यालय की टीम अपने शिक्षण पद्धति में नई शिक्षा नीति(NEP) 2020 के अनुरूप नवाचार लाकर बड़ी ही चेतना, सकारात्मकता व क्रियाशीलता के साथ कर रही है, क्योंकि-

नई शिक्षा नीति करेगी,  नवयुग का निर्माण।

आने वाला समय देगा,  इस बात का प्रमाण।।

Monday, January 24, 2022

 

“The highest education is that which does not merely give us information but makes our life in harmony with all existence.”

The vision of our educationists to make Indian youth skillful, employable and self reliant (atmanirbhar) is wholly envisaged through NEP 2020.This revised approach towards the Indian Education System offers various Vocational courses in producing skilled graduates in tune with recent industrial revolution.

These vocational courses are pivotal and they encompass at  each platform to give hands on training in vocational training in skills like carpentry, plumbing, electrical repairing, horticulture, pottery, embroidery etc. It is a remarkable step as the skills acquired at school level may be further extended up to higher education level. This significant milestone aims at making Indian youth a potential job giver instead of a job seeker.

“Education is not learning of facts but training of the mind to think.”

 

NEP 2020 captures the following key features to realize the dream of ‘Vocal for Local.’

  •   Vision for balanced education – socially meaningful and  aspirational.
  • Re-imagination of vocational education and sensitization for building competencies.
  • Inclusive, Interoperable, Interdisciplinary and outcome based education.
  •   School internship for skill appreciation and craft centric learning.
  •  Technological development and student entrepreneurship.

 The renewed education agenda encapsulates Quality Education along with a vision to transform the lives of individuals, communities and societies. NEP 2020 heralds the concept of life long learning and embraces all the opportunities to make Indians self reliant.

Summing up in the words of Mahatma Gandhi ji, “By education I mean an all round drawing of the best in child and man in  body, mind and spirit.”

 

 

  सकारात्मकता के दिव्य प्रकाश में ही दिखता है सफलता का मार्ग ......... मानव जीवन ईश्वर की सर्वोत्कृष्ट रचना है , इस बात क...